सोशल मीडिया के नुकसान(Disadvantage of Social Media)

सोशल मीडिया के नुकसान(Disadvantage of Social Media)
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सोशल मीडिया (Social Media)

Internet पर ऐसे प्लेटफ़ॉर्म हैं जहाँ लोग विचारों को साझा कर सकते हैं, एक-दूसरे से संवाद कर सकते हैं, फोटो, वीडियो और लेखों जैसी सामग्री को साझा कर सकते हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और यूट्यूब प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफार्म हैं। इन प्लेटफार्मों ने मनोरंजन, समाचार और जानकारी साझा करने और दुनिया भर में लोगों को जोड़ने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

सोशल मीडिया के नुकसान(Disadvantage of Social Media)

सोशल मीडिया में कई जोखिम हैं
धर्म सांप्रदायिक सद्भाव को खराब करता है और लोगों में घृणा और अविश्वास पैदा करता है। उदाहरण के लिए, मुजफ्फरपुर दंगे सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो से भड़के।
आतंकवाद, सोशल मीडिया का उपयोग करके, दुनिया भर में सबसे चिंता का विषय बन गया है। आतंकवादी संगठन सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को अपने अनुयायियों, समर्थकों, दाताओं की भर्ती, प्रशिक्षण और संचार के लिए उपयोग कर रहे हैं क्योंकि यह एक सस्ता, सरल, तेज और अधिक प्रभावी संचार माध्यम है। आतंकवादी संगठनों के सदस्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करके दुनिया भर में अपनी विचारधारा, प्रचार और गतिविधियों को फैलाते हैं।

सोशल मीडिया एक जगह है जहां लोग अपने विचारों को साझा करते हैं, और कभी-कभी दूसरों पर उन्हें थोपने की कोशिश करते हैं। धार्मिक विवादों को साझा करना, एक धर्म समुदाय, लिंग या जाति को दूसरे से बेहतर बताना, नफरत फैलाना आदि लोगों के बीच विवाद पैदा करते हैं। कभी-कभी ये विवाद इतने गंभीर हो जाते हैं कि लोग हिंसक हो जाते हैं और शारीरिक या मौखिक दुर्व्यवहार करने लगते हैं।

इसके अलावा सोशल मीडिया के बहुत सारे नुकसान है जो नीचे दिए गए है

समय बर्बाद: बहुत से लोग सोशल मीडिया पर समय बिताते हैं। प्रयोगकर्ता अक्सर घंटों तक अपने फ़ीड को स्क्रॉल करते रहते हैं, जो उनकी उत्पादकता को प्रभावित करता है। इस लत के कारण विद्यार्थी और कर्मचारी दोनों अपने आवश्यक कामों को समय पर पूरा नहीं कर पाते हैं।

 स्वायत्तता और सुरक्षा: सोशल मीडिया पर साझा की गई जानकारी अक्सर सार्वजनिक हो जाती है, जो निजी संपत्ति को खतरा पैदा करता है। व्यक्तिगत जानकारी जैसे चित्र, स्थान और संपर्क संख्या गलत तरीके से इस्तेमाल हो सकते हैं। साइबर अपराधी अक्सर इस जानकारी का दुरुपयोग कर सकते हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं को व्यक्तिगत या वित्तीय नुकसान हो सकता है।  

मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: सोशल मीडिया पर सफलता और जीवनशैली देखकर लोग अपने जीवन से असंतुष्ट हो सकते हैं। यह तनाव, अवसाद और आत्म-सम्मान की कमी को जन्म दे सकता है। इसके अलावा, साइबर बुलिंग और ट्रोलिंग भी आम हो गए हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य को खराब करते हैं।

गोपनीयता की अवहेलना: उपयोगकर्ताओं का डेटा और गतिविधि कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर ट्रैक किया जाता है। ये प्लेटफार्म अक्सर उपयोगकर्ताओं की जानकारी को विज्ञापनों के लिए उपयोग करते हैं, जो गोपनीयता का उल्लंघन करता है। उपयोगकर्ताओं को पता नहीं है कि उनका डेटा किसके द्वारा और कैसे उपयोग किया जा रहा है।

गलत और झूठी जानकारी फैलाना: झूठी खबरें और अफवाहें सोशल मीडिया पर तेजी से फैलती हैं। कभी-कभी बिना पुष्टि के खबरें फैल जाती हैं, जो गलतफहमी और अशांति पैदा करती हैं। इसका एक महत्वपूर्ण उदाहरण गलत सूचना का प्रसार है, जो चुनावों के दौरान लोगों की सोच और उनके निर्णयों को प्रभावित कर सकता है।

समाज पर प्रभाव: सोशल मीडिया का बहुत अधिक उपयोग करने से लोग अपने वास्तविक जीवन के रिश्तों और सामाजिक जीवन को भूल जाते हैं। ऑनलाइन बातचीत ने आमने-सामने की बातचीत की जगह ले ली है, जिससे मानवीय संबंधों की गहराई कम हो गई है।

शारीरिक सुरक्षा पर प्रभाव: स्क्रीन के सामने लंबे समय तक बैठने से आँखों में दर्द, गर्दन और पीठ में दर्द और अन्य शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। सोशल मीडिया की लत से भी नींद की कमी हो सकती है, जो स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकती है।
सोशल मीडिया के कुछ बुरे भी हैं, जैसे मनोरंजन, वैश्विक जुड़ाव और जानकारी का त्वरित आदान-प्रदान। यूजर्स को सोशल मीडिया का सुरक्षित और संतुलित रूप से उपयोग करने के लिए जागरूक रहना चाहिए। सोशल मीडिया का नुकसान कम करने के लिए कुछ उपायों में से कुछ प्राइवेसी सेटिंग्स का ध्यान रखना, समय का प्रबंधन करना और बिना सत्यापन के सूचनाओं पर विश्वास करना शामिल हैं।

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